Kumar Vishwas Ki Shayari

  • कोई दीवाना कहता है 🎤👍,
    कोई पागल समझता है 👍😊,
    मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है! 👍📜,
    मैं तुझसे दूर कैसा हूँ 🎤,
    तु मुझसे दूर कैसी है 🎶,
    ये तेरा दिल समझता है य़ा मेरा दिल समझता है!! 🎶👍
  • फ़लक पे भोर की दुल्हन यूँ सज के आई है 😊🎶,
    ये दिन उगा है या सूरज के घर सगाई है 🎤😊,
    अभी भी आते हैं आँसू मेरी कहानी में 👍📜,
    कलम में शुक्र-ए- खुदा है कि रौशनाई है! 👍
  • हमें मालूम है दो दिल जुदाई सह नहीं सकते 🎶,
    मगर रस्मे-वफ़ा ये है कि ये भी कह नहीं सकते 📜👍,
    जरा कुछ देर तुम उन साहिलों कि चीख सुन भर लो 👍📜,
    जो लहरों में तो डूबे हैं 📜😊,
    मगर संग बह नहीं सकते 📜
  • कोई खामोश है इतना 📜👍,
    बहाने भूल आया हूँ 👍😊,
    किसी की इक तरनुम में 🎶,
    तराने भूल आया हूँ 🎤📜,
    मेरी अब राह मत तकना कभी ए आसमां वालो 📜😊,
    मैं इक चिड़िया की आँखों में 👍📜,
    उड़ाने भूल आया हूँ! 📜
  • एक पहाडे सा मेरी उँगलियों पे ठहरा है 🎶,
    तेरी चुप्पी का सबब क्या है? 🎶,
    इसे हल कर दे ये फ़क़त लफ्ज़ हैं 🎶,
    तो रोक दे रस्ता इन का और अगर 📜👍,
    सच है तो फिर बात मुकम्मल कर दे 😊👍

Kumar Vishwas Ki Shayari

मिले हर जख्म को मुस्कान को सीना नहीं आया 🎶😊,
अमरता चाहते थे पर ज़हर पीना नहीं आया 🎶😊,
तुम्हारी और मेरी दस्ता में फर्क इतना है मुझे 👍,
मरना नहीं आया तुम्हे जीना नहीं आया 🎶
जब बेमन से खाना खाने पर 😊,
माँ गुस्सा हो जाती है 🎶,
जब लाख मन करने पर भी 👍😊,
पारो पढने आ जाती है! 👍
तुम्हारा ख़्वाब जैसे ग़म को अपनाने से डरता है 📜,
हमारी आखँ का आँसूं 🎶,
ख़ुशी पाने से डरता है 🎤😊,
अज़ब है लज़्ज़ते ग़म भी 👍🎶,
जो मेरा दिल अभी 👍,
कल तक़ तेरे जाने से डरता था वो अब आने से डरता है 📜🎶
इस अधूरी जवानी का क्या फ़ायदा 🎶🎤,
बिन कथानक कहानी का क्या फ़ायदा 📜,
जिसमें धुलकर नज़र भी न पावन बनी 🎤,
आंख में ऐसे पानी का क्या फ़ायदा! 📜
मेरे जीने मरने में 😊👍,
तुम्हारा नाम आएगा 😊,
मैं सांस रोक लू फिर भी 😊🎤,
यही इलज़ाम आएगा 👍,
हर एक धड़कन में जब तुम हो 🎶📜,
तो फिर अपराध क्या मेरा 👍,
अगर राधा पुकारेंगी 🎶🎤,
तो घनश्याम आएगा! 🎤👍
मावस की काली रातों में दिल का दरवाजा खुलता है 📜👍,
जब दर्द की काली रातों में गम आंसू के संग घुलता है 📜,
और जब पिछवाड़े के कमरे में हम निपट अकेले होते हैं 😊📜,
जब घड़ियाँ टिक-टिक चलती हैं सब सोते हैं हम रोते हैं 🎤😊
स्वंय से दूर हो तुम भी स्वंय से दूर है हम भी 👍,
बहुत मशहूर हो तुम भी बहुत मशहूर है हम भी 🎤,
बड़े मगरूर हो तुम भी बड़े मगरूर है हम भी 👍,
अतः मजबूर हो तुम भी अतः मजबूर है हम भी 👍
ये वो ही इरादें हैं 👍📜,
ये वो ही तबस्सुम है 👍,
हर एक मोहल्लत में 🎶📜,
बस दर्द का आलम है 📜😊,
इतनी उदास बातें 🎶🎤,
इतना उदास लहजा 👍🎤,
लगता है की तुम को भी 📜,
हम सा ही कोई गम है! 😊
मै तेरा ख्वाब जी लून पर लाचारी है 🎶🎤,
मेरा गुरूर मेरी ख्वाहिसों पे भरी है 📜,
सुबह के सुर्ख उजालों से तेरी 🎶👍,
मांग से मेरे सामने तो ये श्याह रात सारी है 👍
उसी की तरह मुझे सारा ज़माना चाहे 🎤,
वो मेरा होने से ज्यादा मुझे पाना चाहे 👍,
मेरी पलकों से फिसल जाता है चेहरा तेरा 👍📜,
ये मुसाफिर तो कोई ठिकाना चाहे! 📜
घर से निकला हूँ तो निकला है घर भी साथ मेरे 🎤,
देखना ये है कि मंजिल पे कौन पहुँचेगा 😊🎶,
मेरी कश्ती में भँवर बाँध के दुनिया ख़ुश है 👍,
दुनिया देखेगी कि साहिल पे कौन पहुँचेगा! 👍😊
सूफ़ियों ने तुझे पैग़ाम-ए-हक़ सुनाया था 👍📜,
शंकराचार्य ने मंदिर वहीं बनाया था 👍,
आ गिले शिकवे करें दोनों मिलके आज दफ़न 😊,
मेरे कश्मीर मेरी जान मेरे प्यारे चमन! 🎤
वो जिसका तीरे छुपके से जिगर के पार होता है 🎶🎤,
वो कोई गैर क्या अपना ही रिश्तेदार होता है 🎤,
किसी से अपने दिल की बात तू कहना ना भूले से 📜😊,
यहां खत भी जरा सी देर में अखबार होता है! 😊🎶
कोई दीवाना कहता है 🎤👍,
कोई पागल समझता है 👍😊,
मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है! 👍📜,
मैं तुझसे दूर कैसा हूँ 🎤,
तु मुझसे दूर कैसी है 🎶,
ये तेरा दिल समझता है य़ा मेरा दिल समझता है!! 🎶👍
फ़लक पे भोर की दुल्हन यूँ सज के आई है 😊🎶,
ये दिन उगा है या सूरज के घर सगाई है 🎤😊,
अभी भी आते हैं आँसू मेरी कहानी में 👍📜,
कलम में शुक्र-ए- खुदा है कि रौशनाई है! 👍
हमें मालूम है दो दिल जुदाई सह नहीं सकते 🎶,
मगर रस्मे-वफ़ा ये है कि ये भी कह नहीं सकते 📜👍,
जरा कुछ देर तुम उन साहिलों कि चीख सुन भर लो 👍📜,
जो लहरों में तो डूबे हैं 📜😊,
मगर संग बह नहीं सकते 📜
कोई खामोश है इतना 📜👍,
बहाने भूल आया हूँ 👍😊,
किसी की इक तरनुम में 🎶,
तराने भूल आया हूँ 🎤📜,
मेरी अब राह मत तकना कभी ए आसमां वालो 📜😊,
मैं इक चिड़िया की आँखों में 👍📜,
उड़ाने भूल आया हूँ! 📜
एक पहाडे सा मेरी उँगलियों पे ठहरा है 🎶,
तेरी चुप्पी का सबब क्या है? 🎶,
इसे हल कर दे ये फ़क़त लफ्ज़ हैं 🎶,
तो रोक दे रस्ता इन का और अगर 📜👍,
सच है तो फिर बात मुकम्मल कर दे 😊👍
हमने दुख के महासिंधु से सुख का मोती बीना है 😊,
और उदासी के पंजों से हँसने का सुख छीना है 🎶,
मान और सम्मान हमें ये याद दिलाते है 😊,
पल पल भीतर भीतर मरना है पर बाहर बाहर जीना है! 📜
लड़े वो वीर जवानों की तरह 😊🎶,
ठंडा खून फौलाद हुआ 😊,
मरते मरते भी कई मार गिराए 🎤🎶,
तभी तो देश आजाद हुआ 📜👍
हिम्मत ए रौशनी बढ़ जाती है 🎤🎶,
हम चिरागों की इन हवाओं से 👍📜,
कोई तो जा के बता दे उस को 🎤😊,
चैन बढता है बद्दुआओं से! 😊📜
तुझ को गुरुर ए हुस्न है मुझ को सुरूर ए फ़न 🎤😊,
दोनों को खुदपसंदगी की लत बुरी भी है 📜,
तुझ में छुपा के खुद को मैं रख दूँ मग़र 🎤😊,
मुझे कुछ रख के भूल जाने की आदत बुरी भी है 👍📜
कहीं पर जग लिए तुम बिन 📜🎤,
कहीं पर सो लिए तुम बिन! 📜😊,
भरी महफिल में भी अक्सर 🎤,
अकेले हो लिए तुम बिन! 👍,
ये पिछले चंद वर्षों की कमाई साथ है 📜,
कभी तो हंस लिए तुम बिन 📜👍,
कभी तो रो लिए तुम बिन 🎶
कोई कब तक महज सोचे 🎤,
कोई कब तक महज गाए 📜,
ईलाही क्या ये मुमकिन है कि कुछ ऐसा भी हो जाए 📜,
मेरा मेहताब उसकी रात के आगोश मे पिघले 😊,
मैँ उसकी नीँद मेँ जागूँ वो मुझमे घुल के सो जाए 🎤🎶
नज़र में शोखिया लब पर मुहब्बत का तराना है 📜🎶,
मेरी उम्मीद की जद में अभी सारा जमाना है 😊👍,
कई जीत है दिल के देश पर मालूम है मुझकों 👍📜,
सिकन्दर हूँ मुझे इक रोज़ खाली हाथ जाना है! 📜👍
तुम्हीं पे मरता है ये दिल 🎶📜,
अदावत क्यों नहीं करता 😊,
कई जन्मों से बंदी है 📜,
बग़ावत क्यों नहीं करता 😊🎶,
कभी तुम से थी जो वो ही शिकायत है ज़माने से 🎤🎶,
मेरी तारीफ़ करता है 🎤🎶,
मुहब्बत क्यों नहीं करता 📜
मेरे जीने मरने में तुम्हारा नाम आएगा 🎤🎶,
मैं सांस रोक लू फिर भी 📜😊,
यही इलज़ाम आएगा 🎶🎤,
हर एक धड़कन में जब तुम हो 👍,
तो फिर अपराध क्या मेरा 🎶📜,
अगर राधा पुकारेंगी 📜🎤,
तो घनश्याम आएगा! 🎤👍
हर मजहब से सीखा हमने 😊🎶,
पहले देश का नारा 👍,
मत बांटो इसे एक ही रहने दो 👍,
प्यारा हिंदुस्तान हमारा 📜😊
जब जल्दी घर जाने की इच्छा 🎶,
मन ही मन घुट जाती है 🎶😊,
जब कॉलेज से घर लाने वाली 👍🎶,
पहली बस छुट जाती है! 🎤📜
वक़्त के क्रूर छल का भरोसा नहीं 😊,
आज जी लो कल का भरोसा नहीं 📜🎤,
दे रहे हैं वो अगले जन्म की खबर 👍📜,
जिनको अगले ही पल का भरोसा नहीं! 😊🎤
जब उंच -नीच समझाने में 🎶,
माथे की नस दुःख जाती हैं 🎶,
तब एक पगली लड़की के बिन जीना गद्दारी लगता है 🎤📜,
और उस पगली लड़की के बिन मरना भी भरी लगता है! 🎶😊
मेरा अपना तजुर्बा है तुम्हे बतला रहा हूँ मैं 🎶📜,
कोई लब छू गया था तब के अब तक गा रहा हु मैं 🎶🎤,
बिछुड़ के तुम से अब कैसे जिया जाए बिना तड़पे 🎶📜,
जो में खुद हे नहीं समझा वही समझा रहा हु मैं! 😊🎤
मोहब्बत एक अहसासों की 📜😊,
पावन सी कहानी है 😊👍,
कभी कबिरा दीवाना था 😊👍,
कभी मीरा दीवानी है 👍🎤,
यहाँ सब लोग कहते हैं 👍,
मेरी आंखों में आँसू हैं 😊,
जो तू समझे तो मोती है 🎤📜,
जो ना समझे तो पानी है! 🎤👍
तुम अगर राग माला बनो तो सही 👍,
एक पावन शिवाला बनो तो सही 🎶,
लोग पढ़ लेंगे तुमसे सबक प्यार का 🎶,
प्रीत की पाठशाला बनो तो सही! 📜🎤
तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है 📜,
समझता हूँ 📜,
तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है 📜😊,
समझता हूँ 😊,
तुम्हें मैं भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नहीं लेकिन 👍,
तुम्हीं को भूलना सबसे जरूरी है 🎶,
समझता हूँ! 😊🎤
सदा तो धूप के हाथों में ही परचम नहीं होता 📜,
खुशी के घर में भी बोलों कभी क्या गम नहीं होता 😊,
फ़क़त इक आदमी के वास्तें जग छोड़ने वालो 📜,
फ़क़त उस आदमी से ये ज़माना कम नहीं होता! 🎤
ये दिल बर्बाद करके सो में क्यों आबाद रहते हो 👍,
कोई कल कह रहा था तुम अल्लाहाबाद रहते हो 🎶🎤,
ये कैसी शोहरतें मुझको अता कर दी मेरे मौला 👍📜,
मैं सभ कुछ भूल जाता हूँ मगर तुम याद रहते हो 🎤
सब अपने दिल के राजा है 🎶📜,
सबकी कोई रानी है 👍🎤,
भले प्रकाशित हो न हो पर सबकी कोई कहानी है 😊📜,
बहुत सरल है किसने कितना दर्द सहा 📜😊,
जिसकी जितनी आँख हँसे है 😊🎤,
उतनी पीर पुराणी है! 📜
पनाहों में जो आया हो तो उस पर वार क्या करना 🎤😊,
जो दिल हारा हुआ वहां पे फिर अधिकार क्या करना 👍🎶,
मुहब्बत का मजा तो डूबने की कशमकश में है 😊,
गर मालूम गहराई तो दरिया पार क्या करना 🎶
तुम अमर राग-माला बनो तो सही 🎤😊,
एक पावन शिवाला बनो तो सही 😊,
लोग पढ़ लेंगे तुम से सबक प्यार का 🎶,
प्रीत की पाठशाला बनो तो सही! 😊👍
वो जो खुद में से कम निकलतें हैं 😊,
उनके ज़हनों में बम निकलतें हैं 😊👍,
आप में कौन कौन रहता है? 📜,
हम में तो सिर्फ हम निकलते हैं 👍
मैं उसका हूँ वो इस एहसास से इनकार करती है 🎶,
भरी महफ़िल में भी 📜,
रुसवा हर बार करती है 🎤,
यकीं है सारी दुनिया को 👍🎤,
खफा है हमसे वो लेकिन 👍🎶,
मुझे मालूम है फिर भी मुझी से प्यार करती है 📜😊
ख़ुशियों के बेदर्द लुटेरो 😊,
ग़म बोले तो क्या होगा 🎶👍,
ख़ामोशी से डरने वालो 😊🎤,
हम बोले तो क्या होगा 🎶👍
वो जिसका तीर चुपके से जिगर के पार होता है 🎶,
वो कोई गैर क्या अपना ही रिश्तेदार होता है 😊🎶,
किसी से अपने दिल की बात तू कहना 👍,
ना भूले से यहाँ ख़त भी थोड़ी देर में अखबार होता है 📜😊
बस्ती - बस्ती घोर उदासी 📜😊,
पर्वत - पर्वत सुनापन 👍,
मन हीरा बेमोल लुट गया 😊👍,
घिस -घिस रीता मन चंदन 👍📜,
इस धरती से उस अम्बर तक 📜,
दो ही चीज़ गजब की है 📜🎤,
एक तो तेरा भोलापन है 📜🎤,
एक मेरा दीवानापन! 😊👍
ना पाने की खुशी है कुछ 👍🎶,
ना खोने का ही कुछ गम है 📜,
ये दौलत और शौहरत सिर्फ कुछ जख्मों का मरहम है 🎶,
अजब सी कशमकश है रोज जीने 🎶📜,
रोज मरने में 📜🎤,
मुक्कमल जिंदगी तो है 👍😊,
मगर पूरी से कुछ कम है 👍
यह चादर सुख की मोल क्यू 😊🎤,
सदा छोटी बनाता है 📜👍,
सीरा कोई भी थामो 👍😊,
दूसरा खुद छुट जाता है 📜,
तुम्हारे साथ था तो मैं 👍,
जमाने भर में रुसवा था 🎤,
मगर अब तुम नहीं हो तो 👍,
ज़माना साथ गाता है! 😊📜
हमारे शेर सुनकर भी जो खामोश इतना है 😊,
खुदा जाने गुरुर ए हुस्न में मदहोश कितना है 🎶,
किसी प्याले से पूछा है सुराही ने सबब समय का 📜,
जो खुद बेहोश हो वो क्या बताये होश कितना है 😊
जब भी मुँह ढंक लेता हूँ तेरे जुल्फों की छाँव में 😊📜,
कितने गीत उतर आते है मेरे मन के घाओ में! 📜👍
हिम्मत-ए-रौशनी बढ़ जाती है 📜,
हम चिरागों की इन हवाओं से 🎶,
कोई तो जा के बता दे उस को 👍,
चैन बढता है बद्दुवाओं से 👍😊
भ्रमर कोई कुमुदनी पर मचल बैठा तो हंगामा 👍,
हमारे दिल में कोई ख्वाब पल बैठा तो हंगामा 🎤,
अभी तक डूब कर सुनते थे सब किस्सा मोहब्बत का 😊,
मैं किस्से को हकीकत में बदल बैठा तो हंगामा 😊
उम्मीदों का फटा पैरहन 🎤🎶,
रोज़-रोज़ सिलना पड़ता है 📜,
तुम से मिलने की कोशिश में 😊,
किस-किस से मिलना पड़ता है! 👍🎤