Aashiqui Shayari

  • आशिकी में गुलाब का फूल 💞,
    आप जरा इसे करलो कबूल ❤️,
    वैसे तो जिंदगी ने दिए है बहुत से गम 💞,
    अगर आप मिल जाओ तो 😍💞,
    सारे गम जाऊंगा मैं भूल! 😘
  • तूने बदल दिया मिज़ाज़ ऐ इश्क़ हमारा 💞😘,
    अब तो बस तन्हाईओं से आशिकी करते हैं! 😘❤️
  • नाम तेरा ऐसे लिख चुके हैं 😍,
    अपने वजूद पर कि ❤️,
    तेरे नाम का भी कोई मिल जाए 🎶,
    तो भी दिल धड़क जाता है! 😍
  • कमाल की आशिकी है तेरी इन आँखों में 😍,
    जब भी देखता हूँ डूबने को मन करता है! 🎶💞
  • आशिकी की किताब का एक उसूल बताते हैं 😍💞,
    मुड़ कर देखा तो इश्क़ माना जाएगा! 😍❤️

Aashiqui Shayari

आशिक़ी दिल-लगी नहीं दिल की लगी होती है ❤️,
मुहोब्बत जब भी होती है बे-मुरव्वत से होती है 😍
वादो से बंधी जंजीर थी जो तोड दी मैँने 😘,
अब से जल्दी सोया करेंगे आशिकी छोड दी मैँने! 😍
मोहब्बत में महबूबा संग 😘,
आशिक आवारा हो गया 😍,
डुबा दिया दरिया में दुश्मनों ने 🎶,
कुदरत के कमाल से किनारा हो गया! 😍
नज़रे करम मुझ पर इतना न कर 😍,
की तेरी आशिकी के लिए बागी हो जाऊं 😘💞,
मुझे इतना न पिला इश्क़-ए-जाम की 😍,
मैं इश्क़ के जहर का आदि हो जाऊं! ❤️💞
हद से गुजरने को बेकरार होती है 😘❤️,
ये तेरी आशिक़ी मुझे इतना क्यों बेचैन करती है! 😍
आशिकी में जिसकी हम 😘,
रात भर ना सोते हैं 💞🎶,
सुना है वो हर रात किसीका ❤️💞,
तकिया बने होते हैं! 💞
हुस्न वालों की नियत 💞,
जबसे खराब हो गई 💞,
जिन्दगी आशिकों की तबसे ❤️,
बर्बाद हो गई! ❤️😍
मुस्कुराने से शुरू और रुलाने पर खत्म ❤️,
ये वो जुल्म है जिसे लोग आशिकी कहते हैं! 🎶💞
यह है आशिकी दिल में मेरे देख लो 🎶,
मोहब्बत करो और इश्क की आग सेक लो! 😘💞
ना चाँद अपना था और ना तू अपना था 😍,
काश दिल भी मान लेता की सब सपना था! 🎶😍
तुम्हारी आशिकी को दिल पे सजाये बैठे हैं 🎶❤️,
पर अपना दिल तोड़ने की इजाज़त कभी नहीं देंगे ❤️
इस कदर तुझ से प्यार हुआ 😘💞,
की हम बन बैठे आशिक ❤️🎶,
तुम ही बता दो ए बेवफा 😍,
क्या कमी थी मेरे प्यार में आखिर! ❤️
इतना करुगा मुहब्बत के तू खुद कहेगी 💞😍,
देख वो मेरा आशिक जा रहा है! 😘❤️
मैने ईश्क करने का मिजाज 💞❤️,
बदल दिया है 😍,
अब तो बस तन्हाईयों से 😘❤️,
आशिकी करते हैं! 😘
मैं आशिक हूं दिवाना क्या बिगाडे़गा मेरा जमाना 🎶,
सबको सिखा दूंगा प्यार करके प्यार को निभाना! 😘😍
शराब तो यूँ ही बदनाम है! ❤️😍,
हमने तो आशिकी के नशे में ❤️,
लोगों को मरते हुए देखा है! 😍🎶
तेरा नाम ही क्यों ये दिल रटता है 💞😍,
क्यों ये दिल सिर्फ तुझ पे ही मरता है 😍💞,
न जाने कितना नशा है तेरी आशिकी में 💞,
अब तो तेरी याद में ही ये दिन कटता है! 🎶
समंदर बहा देने का जिगर तो रखते है लेकिन ❤️,
हमें आशिकी की नुमाइश की आदत नहीं है 😘🎶
प्यार मोहब्बत आशिकी ये बस अल्फाज थे 🎶,
मगर जब तुम मिले तब इन अल्फाजो को मायने मिले! 😍💞
सच्चों की कमी झूठों की भरमार है 😍,
जमाना ख़राब है झूठों के साथ साथ 💞😍,
सच्चे आशिक भी बर्बाद हैं! 😘💞
फिर से तेरी आशिकी का मेरे दिल में उमड़ा समुन्दर है 💞,
वो ही मौसम ❤️,
वो ही सर्दी 😘💞,
वो ही दिलकश दिसम्बर है! 🎶
आसान नही था ये सफर आशिकी का 💞,
डूबे भी है और जले भी हैं! ❤️😍
खामोश तुम्हारी नजरों ने 🎶,
एक काम गजब का कर डाला ❤️😘,
पहले थे हम दिल से तन्हा 💞,
अब खुद से ही तन्हा कर डाला! 😘💞
किसने कहा मोहब्बत सच हो तो 😘💞,
मुकम्मल जरूर होती है 🎶❤️,
आशिकी तो हमने भी 🎶,
पूरे दिल से किया था! 😘
एक आदत सी हो गयी है चोट खाने की ❤️💞,
भीगी हुए पलकों संग मुस्कुराने की 🎶,
काश अंजाम वफ़ा का पहले ही जानते 😘,
तो कोशिश भी नहीं करते दिल लगाने की! 😍
आशिकी में गुलाब का फूल 💞,
आप जरा इसे करलो कबूल ❤️,
वैसे तो जिंदगी ने दिए है बहुत से गम 💞,
अगर आप मिल जाओ तो 😍💞,
सारे गम जाऊंगा मैं भूल! 😘
तूने बदल दिया मिज़ाज़ ऐ इश्क़ हमारा 💞😘,
अब तो बस तन्हाईओं से आशिकी करते हैं! 😘❤️
नाम तेरा ऐसे लिख चुके हैं 😍,
अपने वजूद पर कि ❤️,
तेरे नाम का भी कोई मिल जाए 🎶,
तो भी दिल धड़क जाता है! 😍
कमाल की आशिकी है तेरी इन आँखों में 😍,
जब भी देखता हूँ डूबने को मन करता है! 🎶💞
आशिकी की किताब का एक उसूल बताते हैं 😍💞,
मुड़ कर देखा तो इश्क़ माना जाएगा! 😍❤️
मेरी आशिकी को जिस दिन जनाब देखोगे 🎶,
होश उड़ जायेंगे जब बेनकाब देखोगे 😘,
नूर पर एक अफताब देखोगे ❤️🎶,
रात तो ❤️,
रात दिन में भी ख्वाब देखोगे! ❤️😍
यह जो आशिकी तुमसे मैं करने लगा हूँ 😘,
तेरे कहने पर मैं जो बदलने लगा हूँ ❤️😍,
मुझे तुम ऐसे ही अब संभाल लेना 😘🎶,
दूर गयी तो समझना में मरने लगा हूँ! 💞🎶
अगर आशिकी हो तो गरीब से हो ❤️,
तोहफे न सही धोके तो नहीं मिलेंगे! 💞❤️
आशिकी में जिसने भी बुरा हाल बना रखा है 💞,
वही कहता है अजी इश्क में क्या रखा है 💞
तेरे खामोश लबो पर भी 🎶,
आशिकी गुन गुनाती है 😍😘,
तू मेरी है मैं तेरा हूँ बस 😍,
यही आवाज़ आती है! 😍
आशिक है पागल दिल लगाने वाले ❤️,
माशूक है अब के ज़माने वाले! 💞
आशिकी को मेरी तुम 🎶,
पागलपन बता कर टाल देते हो 💞🎶,
मेरी मोहब्बत को कुछ 💞❤️,
इस तरह से मज़ाक में उड़ा देते हो! 🎶
तेरी दीवानगी में डूबा इस तरह 😍,
के पागल आशिक हो गया 😍,
तेरी आशिकी में अपनों की 🎶💞,
भावनाओं का क़ातिल हो गया! 😘🎶
कुछ बातें दिल को बिन बात के भटकाती हैं 😍,
आशिकी की नहीं जाती खुद ही हो जाती है! 😍❤️
मेरी आशिकी को लोग पागलपन बताते हैं ❤️,
मैं तेरे साथ जब चलता हूँ तो लोग जल जाते हैं! ❤️😍
दिसंबर की सर्दी है तेरी आशिकी जैसी 💞❤️,
याद भी करूँ तो पूरा बदन कांपता है! ❤️😘
तुझसे आशिकी कर 😍😘,
तेरे गुलाम हो जाते हैं 😍,
तुम बोली लगाओ हमारी 😍😘,
हम नीलाम हो जाते हैं! 💞
आशिकी की गहराईयों में खूबसूरत क्या है 😍❤️,
एक मैं हूँ एक तुम हो और ज़रुरत क्या है! 😘😍
जब तुम किसी की आशिकी में ❤️💞,
हद्द से ज्यादा डूब जाओगे 😍,
जब तुम उसे खुद से ज्यादा चाहोगे 🎶,
तब तुम पागल आशिक कहलाओगे! 💞
आदत है या तलब 😍,
इश्क है या चाहत 😍❤️,
तू दिल मे है या साँसों मे 😍,
दीवानगी है या मेरी आशिकी 😍💞,
तू ज़िन्दगी है या फिर एक किस्सा 😘,
पर जो भी है सिर्फ तू है 🎶
वक़्त के बदलने से इश्क़ कहाँ बदलता है 🎶,
आप से प्यार था आप से ही प्यार है! ❤️💞
सब्र करो इतना के आशिकी भी बेहूदा न लगे 🎶❤️,
खुदा मेहबूब न लगे और मेहबूब खुदा न लगे! 💞