वफा शायरी

  • मुझसे मेरी वफ़ा का सबूत मांग रहा है 🤝🙏,
    खुद बेवफ़ा हो के मुझसे वफ़ा मांग रहा है 🌟
  • मत रख हमसे वफा की उम्मीद ऐ सनम ❤️,
    हमने हर दम बेवफाई पायी है 🤝🙏,
    मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान 🌟,
    हमने हर चोट दिल पे खायी है! 😊🌟
  • वफाये मांगते फिरते है फकीरों की तरह 😊🤝,
    अजीब लोग है कहते है मुहब्बत की है! ❤️🤝
  • वफ़ा तुझ से ऐ बेवफ़ा चाहता हूँ 😊,
    मेरी सादगी देख क्या चाहता हूँ 🙏
  • वफ़ा का नाम मत लो यारों 🌟,
    वफ़ा दिल को दुखाती है 😊,
    वफ़ा का नाम लेने से हमे ❤️😊,
    एक बेवफा की याद आती है ❤️

वफा शायरी

वाह मौसम तेरी वफा पे आज दिल खुश हो गया 😊,
याद-ए-यार मुझे आयी और बरस तू पड़ा ❤️
कितनी भी सच्ची मोहब्बत कर लो 🌟,
वफा का लोग साथ छोड़ ही देते है 🤝
वफ़ा तुम से करेंगे 🙏,
दुख सहेंगे 🤝,
नाज़ उठाएँगे 😊❤️,
जिसे आता है दिल देना उसे हर काम आता है 🌟🤝
नज़ारे तो बदलेंगे ही ये तो कुदरत है 🌟,
अफ़सोस तो हमें तेरे बदलने का हुआ है! 😊🙏
ज़िंदगी तू ने तो सच है कि वफ़ा हम से न की 🤝,
हम मगर ख़ुद तुझे ठुकराएँ ज़रूरी तो नहीं 🙏
डरा -धमका के तुम हमसे वफ़ा करने को कहते हो 🤝,
कहीं तलवार से भी पाँव का काँटा निकलता है? 🌟😊
अगर प्यार करो तो अदाब-ए-वफा भी सीखो ❤️😊,
ये चंद दिनों की बेकरारी मोहब्बत नहीं होती 🌟❤️
वो जमाने में यूँ ही बेवफ़ा मशहूर हो गये दोस्त 🤝,
हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करते 😊
तरस खाओ मुझ पर 🌟,
बस इतना बताओ 🙏,
तुम्हें वफ़ा नहीं आती 🌟🙏,
या तुमसे की नहीं जाती 🙏
उन्हें बेवफा कहूँ तो तोहीन हो वफा की 😊,
वो वफा निभा तो रहे है कभी इधर कभी उधर 😊🌟
तेरे होते हुए भी तन्हाई मिली है 🤝🙏,
वफ़ा करके भी देखो बुराई मिली है 😊
टूट गए हम तुम्हे चाहते चाहते 🌟❤️,
अब हमसे वफ़ा की उम्मीद ना करना! 🤝🙏
हाल सुन कर मेरा वो यूँ बोले 🤝,
और दिल दीजिए वफ़ा कीजे 🤝
उँगलियाँ मेरी वफ़ा पर न उठाना लोगों 😊,
जिसको शक हो वो मुझसे निबाह कर देखे! ❤️😊
माना कि तुम गुफ़्तगू करने में माहिर हो 🌟,
वफ़ा के लफ्ज़ पे अटको तो हमें याद कर लेना 🤝
बहुत रोती हैं वो आँखें जो मुहब्बत करती हैं ❤️🌟,
वफा की बूँदों में अधूरी कहानी लिख जाती हैं 🙏🤝
वो कहते हैं हर चोट पर मुस्कुराओ 🤝🌟,
वफ़ा याद रक्खो सितम भूल जाओ 🤝❤️
ना अदा से होंगी ना वफा से होगी 🌟,
अब मोहब्बत जिससे भी होगी 🌟🙏,
एग्जाम के बाद होंगी 🙏🤝
वफाओं से मुकर जाना मुझे आया नहीं अब तक 🙏😊,
जो वाकिफ ना हो चाहत से मैं उनसे ज़िद नहीं करता 🌟😊
अंजाम-ए-वफ़ा ये है जिसने भी मोहब्बत की 🌟😊,
मरने की दुआ माँगी जीने की सज़ा पाई 🙏❤️
वफ़ा न कर तो हमारी वफ़ा की दाद ही दे 😊🙏,
तिरे फ़िराक़ को हम इंतिज़ार कहते हैं ❤️🌟
हर किसी की जिंदगी का 😊🤝,
एक ही मकसद है 🤝😊,
खुद भले हों बेवफ़ा 🌟😊,
लेकिन तलाश वफ़ा की करते है 😊🌟
कौन उठाएगा तुम्हारी ये जफ़ा मेरे बाद 😊🙏,
याद आएगी बहुत मेरी वफ़ा मेरे बाद ❤️🙏
मुझसे मेरी वफ़ा का सबूत मांग रहा है 🤝🙏,
खुद बेवफ़ा हो के मुझसे वफ़ा मांग रहा है 🌟
मत रख हमसे वफा की उम्मीद ऐ सनम ❤️,
हमने हर दम बेवफाई पायी है 🤝🙏,
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान 🌟,
हमने हर चोट दिल पे खायी है! 😊🌟
वफाये मांगते फिरते है फकीरों की तरह 😊🤝,
अजीब लोग है कहते है मुहब्बत की है! ❤️🤝
वफ़ा तुझ से ऐ बेवफ़ा चाहता हूँ 😊,
मेरी सादगी देख क्या चाहता हूँ 🙏
वफ़ा का नाम मत लो यारों 🌟,
वफ़ा दिल को दुखाती है 😊,
वफ़ा का नाम लेने से हमे ❤️😊,
एक बेवफा की याद आती है ❤️
कैसे लोग बसते है इस जहाँ में 🌟❤️,
एक से वफ़ा कर नही सकते 🤝,
दूसरे से दिल लगा लेते है 🙏😊
मुझ से क्या हो सका वफ़ा के सिवा 🌟,
मुझ को मिलता भी क्या सज़ा के सिवा 🙏
हमसे न करिये बातें यूँ बेरुखी से सनम 🙏🤝,
होने लगे हो कुछ-कुछ बेवफा से तुम! ❤️🤝