बारिश पर शायरी

  • मैं बारिश से उतना ही प्यार करता हूं, 💧🌩️☔
    जितना मैं तुमसे प्यार करता हूं, 🌦️🌧️
    मैं जिस तरह से प्यार करता हूं, ⚡🌩️
    वह हमेशा मुझसे, मेरी आत्मा से बात करता है, 🌩️
  • बरसात की भीगी रातों में, ⛈️
    फिर कोई सुहानी याद आई, 🌧️
    कुछ अपना ज़माना याद आया, ⚡
    कुछ उनकी जवानी याद आई।, 🌧️☔
  • पहला प्यार बारिश की तरह, 💦⚡🌧️
    हमेशा ताज़ा रहता है।, 💦
  • बारिश का दीवाना बादल क्या जाने, 🌩️
    किस राह से बचना है, ☔🌂
    किस छत को भिगोना है।, 🌧️🌩️⛈️
  • जब भी बारिश होती है, 💧💦
    मैं आपको महसूस करता हूं।, ⛈️🌧️💧

बारिश पर शायरी

कहीं फिसल ना जाओ ज़रा संभल के रहना, 🌩️🌂🌧️
मौसम बारिश का भी है और मोहब्बत का भी।, 💧
सभी को खुशियां चाहिए और, 🌧️
दुःख किसी को भी नही चाहिए, 🌧️🌧️
लेकिन थोड़ी सी भी वर्षा के बिना, 🌧️🌂🌧️
आपको इंद्रधनुष नही मिल सकता।, 🌧️
बारिश और किसी की याद, 🌧️🌂☔
ज्यादा आ जाए तो सैलाब आता है, 🌂☔⛈️
एक में बूंदों का दूसरों में आसुंओं का, ☔
ए बादल इतना बरस की नफ़रतें धुल जायें, 🌦️☔🌧️
इंसानियत तरस गयी है प्यार पाने के लिये।, ⚡🌧️⚡
मैं बारिश से उतना ही प्यार करता हूं, 💧🌩️☔
जितना मैं तुमसे प्यार करता हूं, 🌦️🌧️
मैं जिस तरह से प्यार करता हूं, ⚡🌩️
वह हमेशा मुझसे, मेरी आत्मा से बात करता है, 🌩️
बरसात की भीगी रातों में, ⛈️
फिर कोई सुहानी याद आई, 🌧️
कुछ अपना ज़माना याद आया, ⚡
कुछ उनकी जवानी याद आई।, 🌧️☔
पहला प्यार बारिश की तरह, 💦⚡🌧️
हमेशा ताज़ा रहता है।, 💦
बारिश का दीवाना बादल क्या जाने, 🌩️
किस राह से बचना है, ☔🌂
किस छत को भिगोना है।, 🌧️🌩️⛈️
जब भी बारिश होती है, 💧💦
मैं आपको महसूस करता हूं।, ⛈️🌧️💧
सुबह का मौसम बारिश का साथ है, ⚡💧🌦️
हवा ठंडी जिससे ताजगी का एहसास है, 🌧️
बना के रखिए चाय और पकौड़े, 💧🌩️🌧️
बस हम आपके घर के थोड़े से पास हैं।, 🌧️
आज बादल काले घने हैं, 🌧️
आज चाँद पे लाखों पहरे हैं, 🌧️
कुछ टुकड़े तुम्हारी यादों के, 🌧️💧
बड़ी देर से दिल में ठहरे हैं, 🌩️⚡💦
अब बारिश ही जाने की उसकी बून्द, 💧
ख़ुशी के आंसू होते है या गम के।, 💧💧
ज़रा ठहरो बारिश थम जाये, 💧
तो फिर चले जाना, ⛈️
किसी का तुझ को छू लेना, 🌩️💧
मुझे अच्छा नहीं लगता, 🌂🌧️🌧️
मासूम मोहब्बत का बस इतना फसाना है, ☔🌂⚡
कागज़ की हवेली है बारिश का ज़माना है।, 🌦️
कभी जी भर के बरसना, 💦🌧️
कभी बूँद बूँद के लिए तरसना, 🌩️🌧️🌦️
ऐ बारिश तेरी यादें मेरे यार जैसी हैं।, 💧
मोहब्बत तो वो बारिश है जिससे, ⛈️🌧️
छूने की चाहत मैं हथेलियां तो गीली, 💧🌂⚡
हो जाती है पर हाथ खा ली ही रह जाते है, 🌧️⛈️🌧️
दूर तक छाए थे बादल ओर कहीं साया न था, 🌂🌂💦
इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था, ⛈️
मुझे मार ही ना डाले इन बादलों की साज़िश, ⛈️⚡💦
ये जब से बरस रहे हैं तुम याद आ रहे हो, 🌧️🌧️
अगर मेरी चाहतों के मुताबिक जमाने कि हर बात होती, 💧☔
तो मेरे साथ तुम होती ओर सारी रात बरसात होती।, ⚡
अभी तो खुश्क़ है मौसम बारिश हो तो सोचेंगे, 🌦️🌩️
हमें अपने अरमानों को,किस मिट्टी में बोना है, 🌧️☔⛈️
सुना है बारिश में दुआ कुबूल होती है, ⚡
अगर इजाजत हो तो मांग लू तुम्हे।, ☔
जब भी कड़कती हैं बिजली, 🌧️
मेरा रोम रोम याद करता हैं तुझे, 🌦️⛈️
कैसे लिपट जाती थी तू मुझसे, 🌂
जब बादल फटता था जोरो से।, ☔🌧️
सीने में समुन्दर के लावे सा सुलगता हूँ, 🌩️⚡
मैं तेरी इनायत की बारिश को तरसता हूँ।, ⛈️🌧️⚡
कभी ख़ुशी कभी गम, 🌧️🌧️🌧️
कभी विस्की कभी रम, 🌦️
ये हैं मॉडर्न बारिश की सरगम।, 💧⛈️☔
चाहा था कि भीगें तेरी बारिश में हम, 🌧️🌧️
मगर अपने ही सुलगते हुए ख्वाबों में जले हैं।, 💦🌩️
बारिश की बुंदे भी क्या वफा निभाती हैं, ⚡
दूर आसमा से निकल कर जमी में मिल जाती हैं।, 🌧️⛈️🌦️
स्याही का सा एक दाग है दिल में, 🌂🌂🌧️
जो धुलता नहीं अश्कों की बरसात में भी।, ⚡💧💦
हमारे शहर आ जाओ, 🌩️
सदा बरसात रहती है, 🌦️
कभी बादल बरसते है, 🌧️🌧️
कभी आँखे बरसती है।, 🌧️🌧️
पहली बारिश का नशा ही, 🌧️🌧️
कुछ अलग होता है, 🌧️🌧️☔
पलको को छूते ही, 🌧️
सीधा दिल पे असर होता है।, ⛈️🌩️🌧️
दुनिया की सबसे अच्छी खुशबू तब आती है, 🌧️
जब बारिश की बूँदें मिटटी को स्पर्श करती है।, 🌂
ऐ बादल इतना न बरस की, 💧💧
नफ़रतें धूल जाएँ, 💦🌂
इंसानियत तरस गयी है, ⛈️☔
प्यार पाने के लिए।, 💧⛈️
ये मौसम बारिश का अब पसंद नहीं मुझे, 🌩️🌧️
आंसूं ही काफी है मेरे भीग जाने के लिए।, 🌧️
आज भीगी हैं पलकें किसी की याद में, ⚡
आसमां भी सिमट गया अपने आप में, 🌧️
ऐसे गिरी है आंसू की बूंदे ज़मीन पर।, 💧🌦️
तेरे प्रेम की बारिश हो, 💧💦🌧️
मैं जलमग्न हो जाऊं, ⚡
तुम घटा बन चली जाओ, 🌧️⛈️
मैं बादल बन जाऊं।, ☔
जाने क्यों बारिश जब जब भी होती है, 💧
अन्दर तेरी याद चुप चुप कर रोती है।, 🌂🌦️
तुम एक बार बाहर जाकर बारिश देखो तो सही, 🌩️🌧️
तुम्हारे आने की खुशी में कहीं हर बूंद आइना न बन गया हो।, 🌩️
बारिश के पानी को अपने हाथों में समेट लो, 🌧️💦🌧️
जितना आप समेट पाये उतना आप हमें चाहते है, 🌂⚡⚡
और जितना न समेट पाए उतना हम आप को चाहते है…, 💦💦
एक हम हैं जो इश्क़ कि बारिश करते है, 🌩️🌧️
एक वह हैं जो भीगने को तैयार ही नहीं।, ⛈️
मौसम-ए-इश्क़ है तू, ☔🌩️🌧️
एक कहानी बन के आ, 🌂
मेरे रूह को भिगो दे जो, 💦💦🌩️
तू वो पानी बन के आ!, 🌧️🌧️
जब भी होगी पहली बारिश, 🌩️🌩️
तुमको सामने पायेंगे, 🌧️⛈️
वो बूंदों से भरा चेहरा, 🌂🌧️💧
तुम्हारा हम देख तो पायेंगे।, 🌦️🌂
अगर भीगने का इतना ही शौक है, बारिश मे तो देखो ना मेरी आँखों मे, 💧⛈️
बारिश तो हर एक के लिए होती है, लेकिन ये आँखें सिर्फ तुम्हारे लिए बरसती है ।, ⚡
खुद को इतना न बचाया कर, 💧
बारिशें हुआ करे तो भीग जाया कर।, ⛈️☔🌧️
कभी बेपनाह बरसी कभी थमी सी है, 💧
न जानें क्यों ये बारिश भी कुछ हम सी है।, 🌧️🌩️
बादलों को आता देख के मुस्कुरा लिया होगा, 🌂🌩️🌧️
कुछ न कुछ मस्ती में गुनगुना लिया होगा, 🌂
ऊपर वाले का शुक्र अदा किया बारिश के होने से, 💦⚡
के इस बहाने तुमने नहा लिया होगा।, 💦
आज आयी बारिश तो याद आया वो जमाना, 💦
वो तेरा छत पे रहना ओर मेरा सड़कों पे नहाना।, 🌧️
सुनो सावन चल रहा है, 🌧️
इजाजत हो तो भोले से, 🌦️
मांग लू तुमको अगले जन्म के लिए।, 🌧️🌧️🌩️
सावन के महीने में, 🌧️🌧️
भीगे थे हम साथ में, 🌧️⚡🌧️
अब बिन मौसम भीग, 🌧️💧
रहे हैं तेरी याद में।, 🌧️
कोई तो बारिश ऐसी हो, 🌧️
जो तेरे साथ बरसे, 🌧️⚡
तनहा तो मेरी आँखें, ☔🌧️
हर रोज़ बरसती है।, 🌂☔🌩️
पूछे कोई उससे के दुख है या खुशी है, 🌦️
जाने क्यों बूंद कोई बारिश कि पत्तो के रुकी है।, 💦
अबके बारिश में तो ये कार-ए-ज़ियाँ होना ही था, 🌧️🌧️💦
अपनी कच्ची बस्तियों को बे-निशाँ होना ही था।, ⚡☔🌩️
रहमत बरस रही है या गुनाह किसी के धो रहा है, 💧
ये बरस रहे है बादल या फिर खुदा रो रहा है।, 💧🌦️🌧️
कुछ तो चाहत होगी इन बारिश की बूंदो की, 🌧️
वरना कौन गिरता है इस ज़मीन पर आसमान तक पहुँचने के बाद !, 🌧️
कितना कुछ धुल गया आज इस बारिश में, 🌧️
हाँ तुम्हारी यादों के पन्ने भी धुल गए इस बारिश में।, 🌧️🌦️🌧️
बारिश में आज भीग जाने दो, 💧🌂
बूंदों को आज बरस जाने दो, 🌧️🌩️🌧️
न रोको यूँ खुद को आज, ⛈️💦
भीग जाने दो इस दिल को आज।, 💧🌂⚡
आज इतना ही धुआं है कि मैं जल न सकूं, 💦🌩️
आज इतना ही दर्द है कि मैं रो न सकूं, 🌧️🌧️
अबके बरसात में इक बूंद भी हासिल न हुआ, 🌧️
इतना प्यासा हूं कि पानी को भी छू न सकूं।, 🌩️🌦️
बे मौसम बरसात से, ⚡🌩️💧
अंदाज़ा लगता हूँ मैं, 💧🌩️⛈️
फिर किसी मासूम का दिल, 💧💧
टूटा है मौसम-ए-बहार में।, 🌩️☔🌧️
हवा संग बह चला जाएगा ये बादल भी, 🌧️🌂
मगर ये मेरे शहर आया है अब अदब से भीगना होगा !, ⚡
ठंडक मिलती है आपके खयालों में डूबकर, ☔
ऐसी ठंडक कहा मिलेगी बारिश में भीगकर।, ⛈️🌂
गुल तेरा रंग चुरा लाए हैं गुलज़ारों में, 🌂
जल रहा हूँ भरी बरसात की बौछारो में।, ☔
पहले बारिश होती थी तो याद आते थे , 🌧️🌧️⚡
अब याद आते हो तो बारिश होती है, 🌦️
कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में चलते चलते, ⛈️
अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है।, 💦⚡
मेरे घर की मुफलिसी को देख कर, 🌂🌧️
बदनसीबी सर पटकती रह गई, 🌧️💧⛈️
और एक दिन की मुख़्तसर बारिश के बाद, 💧
छत कई दिन तक टपकती रही रह गई।, ⛈️🌧️
उनकी यादों की बूँदें बरसें जो फिर से, ⚡🌩️
ज़िन्दगी की मिटटी महकने लगी है।, 🌧️🌧️
मुझे तुम्हारी बारिश की तरह जरूरत थी, 🌧️
लेकिन तुम गिरने से डरते थे।, ⛈️💧🌩️
सिर्फ कुछ लोग ही बारिश को, 🌧️💦
अंदर से महसूस कर पाते हैं, 🌧️
बाकी लोग बस भीग जाते हैं।, ☔☔
काश कोई इस तरह भी वाकिफ हो मेरी जिंदगी से, ⚡🌧️🌂
कि मैं बारिश में भी रोऊँ और वो मेरे आँसू पढ़ ले।, 🌧️
जो कहता है कि धूप खुशियाँ लाती है, 🌩️☔⚡
वह कभी बारिश में नहीं नाचा ही नहीं, 🌧️⚡💦
अब के सावन में ये शरारत मेरे साथ हुई, 🌧️
मेरा घर छोड़ के पूरे शहर में बरसात हुई, ⚡
बारिश का ये मौसम कुछ याद दिलाता हैं, 🌩️
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता हैं, 🌧️⚡🌧️
फ़िज़ा भी सर्द हैं यादें भी ताज़ा हैं, 🌧️
ये मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है, ☔
मेरे शहर का मौसम कितना खुश गंवार हो गया, 🌧️🌂
लगा जैसे आसमां को जमीन से प्यार हो गया, 🌧️🌧️🌦️
तेरी गलियें में कदम नही रखेंगे हम आज के बाद, ⛈️🌧️⚡
क्योकि कीचड़ हो गया हैं बरसात के बाद, 🌧️🌂💧
जब-जब बादल बरसता है, 💧⛈️🌩️
सनम से मिलने को दिल तरसता है, ⛈️🌧️🌧️
आज बारिश में तुम्हारे संग नहाना हैं, 🌧️🌩️
सपना ये मेरा कितना सुहाना हैं, 💦🌧️
बारिश के कतरे जो तेरे होंठों पे गिरे, 💧
उन कतरों को अपने होंटों से उठाना हैं, 🌦️☔
जीवन तूफ़ान के गुज़र जाने का इंतज़ार करना नही है, 🌦️
यह तो बारिश में नृत्य करना सीखने के समान है।, ⛈️