अकेलापन शायरी

  • ये भी शायद ज़िंदगी की इक अदा है दोस्तों, 😭
    जिसको कोई मिल गया वो और तन्हा हो गया।, 🙁💔😭
  • हमने तन्हाइयों से जाना है, 💔😟😢
    खामोशियां शोर मचाती है।, 😭😕
  • तन्हाई में चलते चलते, 😔
    अब पैर लडखडा रहे हैं, 😕
    कभी साथ चलता था कोई, 😞😞
    अब अकेले चलें जा रहे हैं।, 💔😢
  • हम इस दर्द से किनारा करें भी तो कैसे करें, 💔😟
    उससे बिछड़ कर जिंदा है इतना काफी नहीं।, 😟😕😔
  • अकेले छोड़ जाते हैं वह लोग, 😭😕
    जिन्हें हम जिंदगी में सबसे, 😕😟
    ज्यादा जरूरी समझते हैं।, 😕😢

अकेलापन शायरी

ये दुनिया कहने को तो अपनो का मेला है, 😟💔
ध्यान से देखो तो यहां हर शख्स अकेला है, 😞
तेरी कसम तुझे इतना टूट कर चाहा था कि, 😟😕
अब भी किसी और को, 😞
चाहने की चाहत नहीं है, 😟😟
बारिश के मौसम में गरजते हैं बादल, 😞
कोई प्यार में पागल तो कोई बरसात में पागल।, 😭😞
अपने दर्द को छुपा कर रखिए जनाब, 💔🙁💔
यह शहर रोने वालो को रुलाता बहुत है।, 😕😟😭
दोहरे चरित्र में जी नहीं पाता, 😭
इसलिए अकेला नज़र आता हूँ, 😔😟😢
हाँ सीख नहीं पाए हम मीठे झूठ का हुनर, 🙁💔
कड़वे सच ने कई रिश्ते छीन लिए हमसे।, 😞😞😟
कुछ कर गुजरने की चाह में कहाँ-कहाँ से गुजरे, 😞😕
अकेले ही नजर आये हम जहाँ-जहाँ से गुजरे।, 😕😭😕
आजकल सबसे तकरार है, 😔😢
मैं अकेला हूं और, 😢😟
मुझे अकेलेपन से प्यार है।, 😔😞😞
सिर्फ गलतियों का पुतला ही नहीं, 😕
बल्कि परिस्थितियों का, 😭😞
गुलाम भी होता है इंसान।, 😭🙁
मैंने अकेलेपन को चुना है, 😞
क्योंकि लोगों को बहुत सुना है।, 😟😟😢
जो इंसान आपको रोता हुआ छोड़ दे, 🙁
यकीन मानिए वो कभी आपका नहीं हो सकता, 😞💔
अकेलेपन से सीखी है मगर बात सच्ची है, 😔😞
दिखावे की नजदीकयों से हकीकत की दूरियाँ अच्छी है, 😕
अकेले तो हम पहले से थे, 💔😟
तुमने छोड़कर हमें बता दिया, 😭💔😞
कि कोई जिंदगी भर नहीं चलता, 🙁
तेरे पास मेरी यादों का मेला रहेगा, 😭
भीड़ में रहकर भी तू अकेला रहेगा।, 😔💔
होती जो अगर कोई कीमत तुम्हें पाने की, 😔
खुद को बेच देता लेकिन तुझे नहीं खोता।, 💔😕
एक खासियत यह भी तो है हमारी, 😢😔
कि हम किसी के खास नहीं।, 🙁😟
ये भी शायद ज़िंदगी की इक अदा है दोस्तों, 😭
जिसको कोई मिल गया वो और तन्हा हो गया।, 🙁💔😭
हमने तन्हाइयों से जाना है, 💔😟😢
खामोशियां शोर मचाती है।, 😭😕
तन्हाई में चलते चलते, 😔
अब पैर लडखडा रहे हैं, 😕
कभी साथ चलता था कोई, 😞😞
अब अकेले चलें जा रहे हैं।, 💔😢
हम इस दर्द से किनारा करें भी तो कैसे करें, 💔😟
उससे बिछड़ कर जिंदा है इतना काफी नहीं।, 😟😕😔
अकेले छोड़ जाते हैं वह लोग, 😭😕
जिन्हें हम जिंदगी में सबसे, 😕😟
ज्यादा जरूरी समझते हैं।, 😕😢
हमने वक़्त से बहुत वफ़ा की लेकिन, 😔😞
वक़्त हमसे बेवफाई कर गया कुछ, 😕💔
हमारे नसीब बुरे थे कुछ लोगों का, 😔😢😔
हमसे जी भर गया।, 😔😭
हम उदास रहते हैं जिसकी यादों में, 😢
वह हंस रहे हैं आज किसी की बातों में।, 😢😕
साथ होकर भी साथ ना रहना, 😢😟😭
बात ना करना इश्क में, 🙁😞
इससे बड़ी सजा और क्या होगी।, 😢
हम तो आज भी अकेले नहीं रहते, 🙁
हमारे अकेलेपन ने हमें अपना बना लिया, 😭😔🙁
किसी की ज्यादा तो किसी की कम है, 😞💔💔
परेशानियां सबके साथ हरदम है।, 😔😟😢
आंखें तालाब नहीं है फिर भी भर आती हैं, 😟😭
और इंसान मौसम नहीं है फिर भी बदल जाता है, 😟💔😢
मुझको मेरे अकेलेपन से अब शिकायत नहीं है, 🙁💔
मैं पत्थर हूँ मुझे खुद से भी मुहब्बत नहीं है।, 😢😭
क्या लिखू अपनी ज़िन्दगी के बारे मैं, 😔🙁
वो लोग भी बिचार गए जो ज़िन्दगी, 😭🙁🙁
हुआ करते थे।, 😢
हजारों महफिलें हैं और लाखों मेले है, 😔🙁
पर जहाँ तुम नहीं वहाँ हम अकेले है।, 😭😟😞
कई बार ये सोचकर दिल मेरा रो देता है, 😕🙁😕
की मुझे ऐसा क्या पाना था जो मैने खुद, 😞😢😟
को भी खो दिया।, 😞
कुछ हार गई तक़दीर कुछ टूट गए सपने, 😭💔
कुछ किया बर्बाद गैरों ने कुछ भूल गए अपने।, 💔😭
जिंदगी के ज़हर को यूँ हँस के पी रहे हैं, 😔😢😔
तेरे प्यार बिना यूँ ही ज़िन्दगी जी रहे हैं, 💔💔
अकेलेपन से तो अब डर नहीं लगता हमें, 💔
तेरे जाने के बाद यूँ ही तन्हा जी रहे हैं।, 😢
जो फ़ुरसत मिली तो मुड़कर देख लेता, 😟😭
मुझे एक दफा तेरे प्यार में पागल होने, 😞
की चाहत मुझे आज भी हे।, 😭😢😭
जिनकी हम कभी जान हुआ करते थे, 😔😭
आज उनके लिए हम अनजान हैं।, 😟😔😔
दर्द मेरे दिल का किसने देखा है, 🙁
मुझे सिर्फ खुदा ने तड़पते देखा है, 😢😕
हम तन्हाई में बैठकर रोते हैं,महफ़िल, 😕😢
में लोगों ने हमें हस्ते देखा है।, 😞💔😢
जिंदगी देने वाले , मरता छोड़ गये, 😞😭😞
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये, 😕😟😔
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की, 😢
वो जो साथ चलने वाले, रास्ता मोड़ गये, 😔😟
क्या थी मेरी गलती जो मुझे अकेला छोड़ गयी तू, 💔😢
बिना सोचे मुझे क्यों इतना तनहा छोड़ गयी तू।, 😭
अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में, 😭😢
क्योंकि लोग अब मोहब्बत नही मज़ाक, 😭😕😕
किया करते है इस जमाने में।, 😔😞
तुम मैं और आधी रातें, 😭
हाय वो तुम्हारे झूठे वादे और झूठी बातें।, 🙁🙁🙁
खुद को तबाह करूं, 😢😞😔
यह कभी हिम्मत नहीं हुई, 🙁🙁
मैं वही हूं जिससे आज तक, 😢
उसे मोहब्बत नहीं हुई, 💔💔😟
जहां दुआओं की दलीलें भी मान्य नहीं होती, 😭
मैं वो तकदीर लिखवा कर लाया हूं।, 😔💔
ज़िन्दगी यूँ हुई बसर तन्हा, 😟💔
काफिला साथ और सफ़र तनहा, 🙁😕
मेरी इकलौती ख्वाहिश जाने क्यों टूट गई, 😢
जो थी दिल के सबसे करीब, 😭
वो ही मुझसे रूठ गई, 😭
एक तेरा ख्याल ही तो है मेरे पास, 😕😟
वरना कौन अकेले में बैठे कर चाय पीता है।, 😔💔
वहां से बिगड़ी है ज़िंदगी मेरी, 😢
जहाँ से साथ तुमने छोड़ा था, 😟😭
कहने लगी है अब तो मेरी तन्हाई भी मुझसे, 🙁😕
मुझसे कर लो मोहब्बत मैं तो बेवफा भी नहीं।, 😔😢🙁
कल तक मुझे, आज़ उनको मेरा ना होना खलता है, 😕
क्योंकि अब मुझे अकेलापन बड़ा अच्छा लगता है।, 😟😭😕
स्टेशन जैसी हो गयी है ज़िन्दगी, 💔😕
जहां लोग तो बहुत है, पर अपना कोई नहीं, 😭
अकेलापन सा लगता है हर उस रस्ते, 🙁
पर जिन पर तेरे साथ कभी चला था।, 😢😭💔
कितनी अजीब है इस शहर की तन्हाई भी, 😞
हजारों लोग हैं मगर कोई उस जैसा नहीं है।, 😔😞
नाराज़गी उनसे रखना जिनको फर्क पड़ता है तुम्हारे खामोश होने से, 😭😭😭
ना की उनसे रखना जिनको फर्क तक नहीं पड़ता तुम्हारे रोने से।, 💔😔😢
अकेला भी इस तरह पड़ गया हूं, 😟😔🙁
कि मेरा हौसला भी साथ नहीं दे रहा है।, 😭😕
वो दिन नहीं वो रात नहीं, 😭😔🙁
वो पहले जैसे जज़्बात नहीं, 😕🙁
होने को तो हो जाती है बात अब भी, 😟😔🙁
मगर इन बातों में वो बात नहीं, 🙁😭
ऐ दिल थोड़ी सी हिम्मत कर ना यार, 😭
दोनों मिल कर उसे भूल जाते है।, 😕🙁
तेरे वजूद की खुशबु बसी है साँसों में, 😔😕😭
ये और बात है नजरों से दूर रहते हो।, 🙁
तुम क्या जानो टूटे दिल का हाल हमारा, 😕
एक तो तुमसे बात बंद, 😟😭😞
और ऊपर से ख्याल तुम्हारा, 😔
ज़िन्दगी की एक ही हकीकत है मेरी, 💔😞😢
ना वो हमारा हो सका ना प्यार दोबारा हो सका।, 😕
बहुत सोचा बहुत समझा, 😟🙁😞
बहुत ही देर तक परखा, 😕🙁
कि तन्हा हो के जी लेना, 😭😟🙁
मोहब्बत से तो बेहतर है।, 😭💔😞
इस से पहले कि मुझ को सब्र आ जाए, 😢😢
कितना अच्छा हो कि लौट आओ तुम।, 😞
तुम क्या जानो हम अपने आप, 😕
में कितने अकेले है,पूछो इन, 😭😢💔
रातो से जो रोज़ कहती है के, 😕😭
खुदा के लिए आज तो सो जाओ, 😞😔
अभी जरा वक़्त हैं उसको मुझे अजमाने दो, 💔
वो रो-रोकर पुकारेगी मुझे बस मेरा वक़्त तो आने दो।, 💔😔🙁
कैसे गुजरती है मेरी, 😢😭😭
हर एक शाम तुम्हारे बगैर, 😟😕💔
अगर तुम देख लेते तो, 😔😔
कभी तन्हा न छोड़ते मुझे।, 😔😟😟
ज़िंदगी में अकेले हो तो कभी हार मत मानो, 😔😭
ज़िंदगी में अकेला आदमी कुछ भी कर सकता है।, 😢😕😢
तन्हा रहना तो सीख लिया, 😞😟
पर खुश ना कभी रह पायेगे, 😢😭
तेरी दूरी तो सह लेता दिल मेरा, 😕🙁😭
पर तेरे प्यार के बिन ना जी पायेंगे।, 😟😟
जानता पहले से था मैं, 😕🙁
लेकिन एहसास अब हो रहा है, 😭😞😔
अकेला तो बहुत समय से हूं मैं, 😞😞
पर महसूस अब हो रहा है।, 😞😟😟
अकेला हूं अकेला ही रहने दो, 😭🙁
जो मेरे बिना खुश है, 😢
उन्हें परेशान क्यों करें, 🙁😭😭
अब ना किसी का दिल दुखायेंगे, 😢😭
अब ना किसी पर हक़ जताएंगे, 😕😭
अब यूँ ही खामोश रहकर, 💔
ये दी पल की जिंदगी बिताएंगे।, 😕
सजा किस बात की दे रहे हो मुझे बोलो तो, 😟💔🙁
मोहोब्बत की तुमसे इस लिए, 🙁😞
या फिर सच्ची की इस लिए?, 🙁
जो दफन हो गए वो शौक थे, 😔
जो अब जिन्दा है वो रोग है।, 😔😟
कभी अकेले रह कर देखो, 😟
अल्फाजों से ज्यादा आंसू निकलते हैं।, 😭
मुझे इश्क सिखाकर मुझसे मुंह मोड़ लिया, 😔
किसी और के खातिर उसने मुझे छोड़ दिया, 😞💔
कितना भी बिजी रख लूं खुद को, 😭💔
उसकी थोड़ी सी याद मुझे पूरा तोड़ देती है।, 💔
टूट कर चाहा था तुम्हे, 🙁😢😕
और तोड़ कर रख दिया तुमने मुझे, 💔🙁
अकेले जीना सीख जाता है इंसान, 🙁😟🙁
जब उसे पता लग जाता है की, 😢
अब साथ देने वाला कोई नहीं है।, 😢😭😞
सच्ची मोहब्बत करने वाले को, 😭
सब फालतू समझते है, 😞💔
खुश उनके साथ ही होते है, 💔😭😟
जो उन्हें फालतू समझते है, 😔